कोण की परिभाषा: समतल Geometry (ज्यामिती) मे दो किरणों या रेखाओ द्वारा बनाई गयी आकृति जिनका समापन एक ही बिन्दु पे होता है उसके माप को कोण कहते है । या दो किरणों या रेखाओ के झुकाव को कोण कहते है । कोण एक लैटिन शब्द है , जिसका अर्थ कोना होता है । कोण को हम ” ∠ “ symbol से दरसाते है । आज हम इस लेख मे कोण किसे कहते है? और (Kaun) Angle Kitne Prakar Ke Hote Hai और उनके बारे मे विस्तार से जनेगे।
कोण किसे कहते है? (Angle) in Hindi
जब दो रेखाएँ या किरणें एक सामान्य बिंदु पर मिलती हैं, तो दोनो रेखाओं या किरणों के बीच के माप को “कोण” कहा जाता है।
दो किरणों या रेखाओ के बीच के झुकाव को कोण कहा जाता है । यदि कोई लाईन अपने किसी एक सिरे को एक जगह पर स्थिर रखकर घूमती हुई अपनी स्थिति में बदलाव करती है, तो रेखा के परिक्रमण मार्ग की माप को कोण कहते है।
उदाहरण: जैसे की घड़ी की सुई।
कोण के प्रकार
कोणों को निम्नलिखित प्रकार मे विभाजित किया गया है जो की निम्न है।
- न्यून कोण
- समकोण
- अधिक कोण
- ऋजुकोण या सरल कोण
- प्रतिवर्ती कोण
- पूर्ण कोण
- शून्य कोण
- पूरक कोण
- सम्पूरक कोण
- शीर्षभिमुख कोण
- तिर्यकच्छेदी कोण
न्यून कोण किसे कहते है ? (Acute Angle) in Hindi
न्यूनकोण परिभाषा: वह कोण जिसका मान 0⁰ से अधिक और 90⁰ से कम हो न्यून कोण कहलाता है । या 90⁰ से कम के कोण को को न्यूनकोण कहते है ।
उदाहरण: 1⁰, 15⁰, 20⁰, 25⁰, ⁰50, 70⁰ आदि के कोण
न्यून कोण का चित्र:
समकोण किसे कहते हैं ? (Right Angle) in Hindi
समकोण की परिभाषा: पूर्ण 90⁰ के माप पर बना हुआ कोण समकोण कहलाता है । दूसरे स्ब्दो मे दो किरणों या रेखाओं के मध्य का झुकाव जब 90⁰ हो तो उसे समकोण कहते है ।
उदाहरण: जब घड़ी की एक सुई 12 पे हो और दूसरी 3 पे ।
समकोण का चित्र:
अधिक कोण किसे कहते हैं ? (Obtuse Angle) in Hindi
अधिक कोण की परिभाषा: वह कोण जिसका मान 90 डिग्री से अधिक और 180 डिग्री से कम हो अधिक कोण कहलाता है ।
उदाहरण: 100⁰, 110⁰, 120⁰, 150⁰ आदि के मान के कोण ।
अधिक कोण का चित्र:
सरल / ऋजुकोण किसे कहते हैं ? सरल कोण (Straight Angle) in Hindi
ऋजुकोण की परिभाषा: जब दो विपरीत किरणे एक सीधी (Straight) लाइन मे मिलती है , उस समय जिस कोण का निर्माण होता है उसे ऋजुकोण/सरल कोण कहते है ।
उदाहरण: 180 डिग्री का कोण ।
ऋजुकोण का चित्र:
वृहत / प्रतिवर्ती कोण किसे कहते हैं ? (Reflex Angle) in Hindi
प्रतिवर्ती कोण की परिभाषा: जब किसी कोण का मान 180 डिग्री से अधिक और 360 डिग्री से कम हो उस कोण को प्रतिवर्ती कोण या वृहत कोण कहते है ।
उदाहरण: 190⁰, 195⁰, 210⁰, 320⁰ आदि माप के कोण।
प्रतिवर्ती कोण का चित्र:
पूर्ण कोण किसे कहते हैं ? (Full Angle) in Hindi
पूर्ण कोण की परिभाषा: एसा कोण जिसका मान पूर्णतह 360 डिग्री होता है उसे पूर्ण कोण कहते है ।
उदाहरण: वृत्त के अंदर बने सभी कोणो का योग।
पूर्ण कोण का चित्र:
शून्य कोण किसे कहते हैं ? (Zero Angle)
शून्य कोण की परिभाषा: 0 डिग्री के मान वाले कोण को सून्य कोण कहते है ।
उदाहरण: 0⁰ का कोण ।
शून्य कोण का चित्र:
पूरक कोण किसे कहते हैं ? (Complementary Angle)
पूरक कोण की परिभाषा: जब किन्हि दो कोणो का योग 90 डिग्री हो तो उस कोण को पूरक कोण कहते है ।
उदाहरण: 45⁰ + 45⁰ = 90⁰
पूरक कोण का चित्र:
सम्पूरक कोण किसे कहते हैं ? (Supplementary Angle)
सम्पूरक कोण की परिभाषा: जब किन्ही दो कोणो का योग 180 डिग्री हो तो उस कोण को संपूरक कोण कहते है।
उदाहरण: 90⁰ + 90⁰=180⁰
सम्पूरक कोण का चित्र:
शीर्षभिमुख कोण किसे कहते हैं ? (Vertical Angle)
शीर्षभिमुख कोण की परिभाषा: जब दो किरणे या रेखाए किसी बिन्दु पर एक दूसरे को काटती है तो उस कटान बिन्दु पर बने आमने सामने के कोण शीर्षभिमुख कोण कहलाता है ।
उदाहरण: ∠AOC और ∠DOB
शीर्षभिमुख कोण का चित्र:
तिर्यकच्छेदी कोण किसे कहते हैं ? (Oblique Angle)
तिर्यकच्छेदी कोण की परिभाषा: जब कोई रेखा दो या दो से अधिक समांतर रेखाओ को काटती है , तथा उन रेखाओ के कटान बिंदुओ पर बने कोण तिर्यकच्छेदी कोण कहलाते है ।
उदाहरण: इसे हम नीचे दिये गए चित्र के माध्यम से समझेगे ।
तिर्यकच्छेदी कोण का चित्र:
कोणो के गुण
नीचे दिये गए कोणो के कुछ महत्वपूर्ण गुण निम्न्लिखित है ।
- एक सीधी रेखा पर बने एक साइड के सभी कोणों का जोड़ हमेशा 180 अंस के बराबर होता है
- किसी बिंदु के चारों ओर या किसी वृत्त के अंदर के सभी कोणों का जोड़ हमेशा 360 अंस के बराबर होता है।
कोण कैसे बनाए? बनाने की विधि (How to Make angle ?) in Hindi
नीचे दिये गए तरीके से हम चांदे की मदद से कोण बनाने के बारे मे जानेगे ।
उदाहरण: 90 डिग्री का कोण कैसे बनाएं?
- 90डिग्री का कोण बनाने के लिए सबसे फले हम एक सीधी AB लाइन खिच लेंगे ।
- चांदे के बीच के केंद्र को पॉइंट A पर इस प्रकार रखे की चांदे का आधार लाइन AB पर सीधा आ जाये ।
- अब चांदे के ऊपर लिखे नंबरों को ध्यान से देखे और 90 डिग्री के ऊपर बिन्दु लगाए । और उस बिन्दु का नाम C रख ले ।
- अब A point को उस बिन्दु C से मिलान करते हुए सीधी लाइन खिचे ।
- इस तरह हम 90 डिग्री का कोण ∠ABC बना लेंगे ।
ऊपर दिये गए तरीके से हम चांदे की मदद से किसी भी एंगल का कोण आसानी से बना सकते है ।
Conclusion
इस लेख मे हमने कोण किसे कहते है ? तथा (Kaun) Angle Kitne Prakar Ke Hote Hai ? कोणो के प्रकार के बारे मे उदाहरण सहित विस्तार पूर्वक बताया है आसा है । आपको को यह लेख पढ़ कर आपको कोण की परिभाषा और प्रकार के बारे मे जानकारी प्राप्त हुई होगी । अगर आपका कोई सुझाव है तो आप नीचे कमेंट के कर के हमे बता सकते है ।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न )
कोण कितने प्रकार के होते है ?
कोण मुख्यतः 6 प्रकार के होते है जो निम्नलिखित है ।
1. न्यून कोण (Acute Angle)
2. समकोण (Right Angle)
3. अधिक कोण (Obtuse Angle)
4. ऋजुकोण या सरल कोण (Straight Angle)
5. प्रतिवर्ती कोण (Reflex Angle)
6. पूर्ण कोण (Full Angle)
कोण को हम कैसे बना सकते है ।
कोण को हम चंदा(Protector) , Compass, Scale आदि Geometry टूल्स की मदद से आसानी से बना सकते है ।
कोण को किस चिन्ह (Symbol) से दर्साया जाता है ।
कोण को हम “∠” चिन्ह से दर्साते है ।
कोण बनाने वाले यंत्र को क्या कहते है ?
कोण बनाने वाले यंत्र को चंदा (Protector) कहते है।